Tuesday, February 17, 2009

जननेन्द्रिय के वार्ट / एच पी वी

जननेन्द्रिय के वार्ट क्या है ?
जननेन्द्रिय के वार्ट (अथवा कोंडाइलोमा, कोडाइलोमैटा एक्यूमिनेटा या रतिरोग, गुदा के वार्ट या एमोजनाइटल वार्ट भी कहते हैं) एक खराब दिखने वाली वृद्धि है जो किसी प्रकार के अतिसंक्रमित के साथ मैथुन क्रिया का परिणाम होते हैं । यह इन्फेक्शन एक उप प्रकार का ह्यूमैन पैपिलोमा वायरस (एचवीपी) के कारण होता है ।

यह कैसे होता है ?
यह एक उप प्रकार के ह्यूमैन पैपिलोयावायरस से होता है । यह चमड़ी के सीधे संपर्क से होता है । यह संक्रमित व्यक्ति के मुँह, जननांग या गुदा मैथुन से हो सकता है । जननांगो के वार्ट से आसानी से जननांग के एचपीवी संक्रमण का पता चल जाता है । यह अत्यन्त संक्रामक होते हैं और असुरक्षित मैथुन क्रिया द्वारा आसानी से फैलता है ।
एक बार एचपीवी का आक्रमण होने पर कई महीनों से लेकर कई साल तक सुप्तावस्था रहती है । यह लक्षणविहीन सहभागी संक्रमण होता है ।
मैथुन क्रिया के समय जननांगों में त्वचा के सूक्ष्म छिद्रों से और न्यकोसल सतहों से खरोंच होने से ये वायरल कण प्रवेश कर जाते हैं ।

इसके मुख्य लक्षण क्या हैं ?
* जननेन्द्रिय के वार्ट गहरे भूरे रंग के झुंड के रूप में चमड़ी पर बढ़ते हैं । ये अत्यन्त छोटे (जैसे तिलों का समूह हो) अथवा बड़े आकार में जननेन्द्रियों अथवा शिश्न के पास होते हैं ।
* स्त्रियों में यह योनि के बाहर या भीतर अथवा योनिमार्ग के द्वार से गर्भाशय तक या गुदा के आसपास कहीं भी हो सकता हैं ।
* पुरुषों में यह शिश्न के ऊपर अथवा शिश्न, अंडकोष अथवा गुदा के आसपास हो सकते हैं । दुर्लभ अवस्था में जननेन्द्रिय के वार्ट मुखगुहा, गले में हो सकते हैं, जो संक्रमित व्यक्ति से मौखिक यौनाचार करते हैं ।

इसका निदान कैसे होता है ?
प्राकृतिक रूप में फूलों की तरह जननेन्द्रिय के पास फैले होने पर जननेन्द्रिय का हार्पिस समझा जाता है ।
* संदेह होने पर, एक विशेष रसायन प्रभावित क्षेत्र पर लगाया जाता है । इसके बाद प्रभावित क्षेत्र सफेद हो जाता है ।
* स्त्रियों में योनिमार्ग आदि में होने पर आंतरिक परीक्षा की जाती है ।
* संदेहास्पद रोगियों में बायोप्सी कराई जाती है ।
* स्त्रियों में एचपीवी इन्फेक्शन होने पर पैप स्मियर भी करवाया जाता है ।

इसकी परीक्षा कैसे की जाती है ?
वार्ट को कायोथैरेपी, लेजर या इलेक्ट्रोकाटराइजेशन द्वारा निकाल दिया जाता है । ये सभी अलग अलग तकनीक है, जिसमें वार्ट का जलाकर एचपीवी के इन्फेक्शन को इस तरह समाप्त कर दिया जाता है कि इसकी पुनरावृत्ति हो सकें ।
उपयोगी वेबसाईट
genital warts_symtoms, treatment and prevention

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